शेयर मार्केट | कन्फ्यूजन ऑन दी एयर
करीब करीब ३० महीनों के लम्बे इन्तेजार के बाद निफ्टी यानि के "नेशनल स्टॉक एक्सचेंज " का निर्देशांक 5400 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा | इस दौरान बड़े ही आश्चर्य जनक गिरावट 2009 के अंत में नोवेम्बर से मार्च तक चाय रही और जिस दिन प्रणव डा का पिटारा खुला निफ्टी जैसे बन्दुक से चुटी हुई गोली बन गई और 5399.35 तक आकर लौट गई |कई बार ऐसा लगा की निफ्टी अब दुबारा अपने निचले लेवल 4950 तक फिसल जाएगी पर अची बात ये रही की यूरोपीय संकट भारतीय बाजार पे हावी नहीं हो पाया साथ ही साथ मोंसून के अच्छे होने की पक्की खबर मौसम विभाग से आई और इनफ़ोसिस और अन्य कंपनियों के अच्छे नतीजों से बाजार में जबरदस्त हरियाली और जोश लौट आया |
काफी दिनों बाद निवेशको ने निफ्टी और सेंसेक्स को बिना फिसले ऊपर का रुख करते हुए देखा | अभी भी तेजी का दौर चालू है |
फ़िलहाल सेंसेक्स में 17581 और 17541 का स्टॉप लोस लगाकर चढ़ते बाजार का रुख करना योग्य मन जा रहा है उसी तरह अग सेंसेक्स तेजी के रुख में सेंसेक्स 17690 के ऊपर आने पर यह 18113 से 18302 के बीच पहला रेजिस्टेंस मिलने की संभावना है जो बढ़कर 18536 तक जा सकता है।
यानि निफ्टी के 5000 के जादुई आंकड़े को पर करना करीब करीब संभव मालूम हो रहा है पर ट्रेडिंग बिना स्टॉप लोस के करना मतलब सिर्फ गैर जिम्मेदाराना हरकत होगी |
सेंसेक्स में सपोर्ट स्तर 17323 - 17392 है |
और
निफ्टी में सपोर्ट स्तर 5216 - 5195 माना जा रहा है |
अब बात कर लेते है साधारण निवेशक की जो की इस तेजी के माहौल को भंप नहीं पाया और यूरोपीय कर्ज को हलके में लेने की भूल नहीं कर पाया , और एक तरफ उत्साहजनक औधोगिक प्रदर्शन और सरकार के अब ब्याज दरों में बढत और राहत पैकेज की वापसी की बाते अब करे तो क्या करे ?
यूरोप हावी होगा या दिन ब दिन जवान होते विश्वस्तरीय बाजार जो न तो रुकने का नाम ले रहे है और न ही पिछे हटने का इसी दुविधा में निफ्टी और सेंसेक्स धक्के खा रहे है न तो उठ रहे है और न गिरने की कोई वजह मलिम हो रही है लग रहा है मनो हवा में एक तरह का संभ्रम फ़ैल गया है |
अब शायद महंगाई दर और मोंसून के साथ साथ एडवांस टैक्स ये बातें बाजार का रुख तय करेंगी |
फिर भी मेरा मानना है की कड़े स्टॉप लोस के साथ अगर इंटरडे करे तो हो सकता है की छोटे फायदे में या फिर छोटे ही नुकसान में हम बहार आ पाएंगे क्युकी बाजार इस समय लॉन्ग पोजीशन रखने योग्य नजर नहीं आ रहा फिर भी अगर :
1) सधा हुवा और हल्का सा टार्गेट रखे और स्टॉप लोस लगाये |
2) लोस और प्रोफिट / फायदा या नुकसान एक दायरे में रहे |
3) बेहतरीन रिटर्न की आस न रखे , और हर नुकसान उसी दिन वसूल करने की मंशा से बचे |
4) जब बाजार काफी उथल पुथल भरा हो तो ट्रेडिंग से बचे |
फायदा न हो चलेगा पर अगर अपने निवेश पे जोखिम आये ये समझदारी तो नहीं मानी जाएगी |
फिर भी अगर आप एक सोची समझी रणनीति के साथ कारोबार करना चाहते है और बाजार या कम्पनी के बारे में आश्वस्त है तो जरुर कारोबार करें |
आप के निवेश से बहतरीन रिटर्न की मनोकामना के साथ रुकता हु |
धन्यवाद |